Sunday, September 23, 2007

सुप्रभात मधुरिमा

मधुरिमा,
ये पहली मुलाक़ात है॥
हिंदी में
अब खूब बातें होंगी
रात रात भर
कुछ अनकही
कुछ सुनी सुनी
पर नए संवाद की मिठास
सदियों तक
मेरे मन को ताज़ा रखेंगी॥
आज कि शुरुआत
याद रहेगी॥